गुरुवार, 15 अप्रैल 2010

रिस्तो के नाम

आज कुछ अशार वालिद शिब के लिए जो जनवरी में दुनिया से रुक्सत हो गये ,हमे अपनी यदोऊ का सबव दे गये।

आप वो रिश्ते का दिया हो ,जो दूर होकर भी पथ - पर्थष्ण करता रहेगा ,

आप चाँद भी नही रात भर ठंडक दे चलये जायेगे।

आप तो हर पल कुछ न कुछ हमये यादो से सिखायोगे ,

तुम तो वो याद हो जो हमारे लवो पर सुनाये जायोगे।

कभी हमारे मन और दिल से न जुडा हो पयोगे,

हमये सदा ठीक रास्ता दिखयोगे

हर कदम पर इम्तिहान लेती हैं जिंदगी .हर कदम पर न्य सदमा देती हैं जिंदगी ,

हम जिंदगी सें शिकबा भी केस्ये करे ,अपनी यादो के खली पीएलओ को केस्ये भरे ।

रेखा ...... १५अप्रिल २०१० समय १०:३०प्म मेल ईद.... @जीमेल.com

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